किसानों को डीएपी की बोरी 1350 रुपये में मिलेगी, सब्सिडी के लिए शिवराज ने जताया पीएम का आभार

युगवार्ता    28-Mar-2025
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नई दिल्लीः केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान प्रतिक्रिया व्यक्त करते केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान


नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरीफ सीजन 2025 तक किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए 37,216.15 करोड़ रुपये की एनबीएस सब्सिडी सम्बन्धी कैबिनेट के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि किसानों को डीएपी की बोरी 1350 रुपये प्रति बोरी की दर से मिलेगी।

कैबिनेट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के साथ उत्पादन बढ़ाना भी ज़रूरी है। इसके लिए फर्टिलाइजर/खाद की आवश्यकता पर भी ध्यान देना होगा। उत्पादन बढ़ने के साथ ही फर्टिलाइजर की कीमतें भी नियन्त्रित रहे, यह प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता रही है। किसानों पर फर्टिलाइजर विशेषकर डीएपी की बढ़ी हुई लागत का बोझ न आये, इसलिए सरकार बढ़ी हुई कीमतों का भार उठाने के लिए विशेष पैकेज देती है। सरकार ने 1350 रुपये प्रति बोरी कीमत तय की है ताकि किसानों को अधिक कीमत न देनी पड़े इसके लिए भारी सब्सिडी किसानों को दी जा रही है।

उन्होंने कहा, इस साल भी लगभग 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने दी है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को हृदय से धन्यवाद देता हूं और किसानों को डीएपी की बोरी 1350 रुपये में ही मिलेगी। खरीफ के सीजन में ही सस्ती डीएपी देने के लिए 37 हजार 216 करोड़ रुपये विशेष रूप से सब्सिडी दी जायेगी। यानि किसानों को 30 सितंबर 2025 तक सब्सिडी वाली उर्वरक मिलती रहेगी।

इसके साथ ही शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों के पक्ष में आयात-निर्यात नीति में परिवर्तन किया गया है। चना उत्पादक किसानों के हित में चने पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लागू करने के फैसले की अधिसूचना कल केंद्र सरकार ने जारी कर दी है, जिससे चना उत्पादक किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने के कारण सस्ता चना विदेश से नहीं आयेगा। इससे हमारे किसानों को उचित दाम मिलेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष चने का भी बंपर उत्पादन हुआ है। कृषि के 2024-25 के अग्रिम अनुमान के अनुसार चने का उत्पादन 115 लाख मीट्रिक टन से अधिक होगा जबकि पिछले साल 110 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था।

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हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

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