प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को कांग्रेस की रैली, एसआईआर का मुद्दा उठाएगी

अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांव के ऊपर देखा गया पाकिस्तानी ड्रोन, इलाके की तलाशी

नव निर्वाचित मेयर ममदानी के साथ मुलाकात में ट्रंप ने न्यूयॉर्क सिटी को सशक्त बनाने का दिया भरोसा

ठाणे जिले के अंबरनाथ में कार कई वाहनों से टकरा कर पलटी, 4 की मौत, 3 घायल

बांग्लादेश में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हुई, बड़ी संख्या में घायलों का इलाज जारी

गुजरात में बोले अमित शाह- तमिलनाडु और बंगाल में भी बनेगी भाजपा-एनडीए की सरकार

मप्र में अमानक पाई गईं 6 आयुर्वेदिक औषधियों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध, आयुष विभाग ने शुरू की जांच

सुशीला कार्की सरकार के संवैधानिक परिषद अध्यादेश को स्वीकृत न करने का राष्ट्रपति ने दिया संकेत

ओरछा में तीन दिवसीय श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव 24 नवंबर से, तैयारियां शुरू

सूरत में अफगान नागरिक गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेज़ से भारतीय पासपोर्ट बनवाकर कई राज्यों में करता था कपड़ों का व्यापार

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

150 Days 13 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो