प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

ईयू प्रमुख का वादा — “यूक्रेन के साथ हर कदम तक खड़े रहेंगे जब तक न आए स्थायी शांति”

बिहार चुनावों में बंपर जीत के बाद जेपी नड्डा के घर रात्रि भोज, आगे की रणनीति पर हुई चर्चा

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में नीरू ढांडा ने चौथा लगातार गोल्ड जीता, जैन यूनिवर्सिटी मेडल टैली में बरकरार शीर्ष पर

आईएलटी20ः सीजन-4 में दुबई कैपिटल्स की कप्तानी करेंगे श्रीलंकाई स्टार दासुन शनाका

केन्‍द्रीय मंत्री सिंधिया तीन दिवसीय प्रवास पर पहुंचे मप्र, मुख्यमंत्री से की मुलाकात

सीबीआई ने आईटीएटी जयपुर में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़ किया, ज्यूडिशियल मेंबर सहित तीन गिरफ्तार

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत को, पीएम मोदी ने कहा- “भारत की सामूहिक प्रतिबद्धता और खेल भावना की जीत”

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 13वें बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की

'विजन फॉर सुजलाम भारत’ शिखर सम्मेलन 28-29 नवंबर को दिल्ली में

संविधान नागरिक के स्वप्नों और आकांक्षाओं का दर्पण है: शेखावत

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

155 Days 4 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो