प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

प्रधानमंत्री ने रजनीकांत को 75वें जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं

डफी के पांच विकेट से वेस्टइंडीज धराशायी, न्यूजीलैंड ने दर्ज की डब्ल्यूटीसी चक्र की अपनी पहली जीत

अमेरिका में चैटजीपीटी की हत्या-आत्महत्या में कथित भूमिका, ओपनएआई, माइक्रोसॉफ्ट पर मुकदमा

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की हालत बिगड़ी

इतिहास के पन्नों में 13 दिसंबर : भारतीय इतिहास का वह दिन, जब आतंकवाद ने दो बार देश को झकझोरा

एनडीए परिवार सुशासन, राष्ट्रीय विकास और क्षेत्रीय आकांक्षाओं के प्रति साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक : प्रधानमंत्री

इंदौर में 49 करोड़ के शराब घोटाले में ईडी ने पेश किया चालान

डी कॉक की तूफानी पारी और बार्टमैन की घातक गेंदबाजी के आगे टीम इंडिया पस्त, 51 रन से जीती दक्षिण अफ्रीका

मप्र सरकार के दो वर्ष, मुख्यमंत्री डॉ. यादव के ऐतिहासिक निर्णयों से राज्य में हुई नए दौर की शुरुआत

मध्य प्रदेश हुआ नक्सल मुक्त, 42 दिन में 42 नक्सलियों ने एमएमसी जोन में किया समर्पण

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

170 Days 12 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो